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शनिवार, 9 मार्च 2013

मेरे सभी शिब भक्त मित्रों को मेरी ओर से "महा शिव रात्रि " की बहुत बहुत हार्दिक शुभ कामनाएं ...इस शुभ अवसर पर प्रस्तुत है मेरी एक भक्ति रचना .............

मुझे श्री चरणों में दे दो ठौर , शिव शंकर आशुतोष प्रभु !
रहा भोग-लिप्त मैं कितने दिन,
और व्यर्थ जिया तेरी भक्ति बिन,
धन धान्य दिया तुमने लेकिन, मुझको ना था संतोष प्रभु .....१
हो जिस पर तेरी दया दृष्टि,
गृह होती उसके सुख वृष्टि,
तांडव से काँप उठे सृष्टि , जब होता डमरू घोष प्रभु ................२
मैं पापी हूँ, मैं हूँ कामी,
प्रभु तुम तो हो अंतर्यामी ,
मैं आया तेरी शरण स्वामी, अब दूर करो मेरे दोष प्रभु ............३ 

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