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शनिवार, 8 दिसंबर 2012

किसी ने सच कहा 'एक एहसास' है उल्फत!
खुशनसीब हैं वो जिनके पास है उल्फत!!
शायरी खुद निकलती है उल्फत भरे दिल से,
इसलिए शायरों की तो बड़ी ख़ास है उल्फत!
अपनी पे आ जाये तो उल्फत है बड़ी चीज़,
रूह तक की बुझा देती जो प्यास है, उल्फत!
ऐसे भी लोग कम नहीं इस जहान में,
उम्मीद जिनकी उल्फत और आस है उल्फत!
ये भी सच है सबको ये रास ना आती,
लेकिन "कमल" को आ गयी रास है उल्फत!

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