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बुधवार, 5 दिसंबर 2012

खुदा का शुक्र है पाया सहारा तेरी उल्फत का!
हुआ कायल ये देखो दिल हमारा तेरी उल्फत का!
बड़ी इतरा रही हैं मेरी नज़रें अपनी किस्मत पर,
मिला इनको है जबसे एक नज़ारा तेरी उल्फत का!
मेरे पहलू में दिल मेरा ना फूला समाता है,
ज़रा सा क्या मिला इसको इशारा तेरी उल्फत का!
देख कर साथ दोनों को उडी रंगत रकीब की,
बड़ा वो था उमीदवार बेचारा तेरी उल्फत का!
"कमल" की है दुआ ये ही कि बस डूब ना जाये,
सितारा मेरी उल्फत का , सितारा तेरी उल्फत का!

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